P: सार
खुदरा बाजारों पर लॉकडाउन का असर दिखने लगा है। हरी सब्जियों के साथ ही फल महंगे हो गए हैं। वहीं राशन की दुकानों से खाद्य सामग्री गायब होने लगी है। बड़े-बड़े स्टोर में भी मांग बढ़ने से खाद्य सामग्री कम होने लगी है।
विस्तार
खुदरा बाजारों पर लॉकडाउन का असर दिखने लगा है। हरी सब्जियों के साथ ही फल महंगे हो गए हैं। वहीं राशन की दुकानों से खाद्य सामग्री गायब होने लगी है। बड़े-बड़े स्टोर में भी मांग बढ़ने से खाद्य सामग्री कम होने लगी है।
: सरकार ने साफ कर दिया है कि 21 दिन का लॉकडाउन बढ़ाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है, लेकिन अफवाहों के बाजार में आम जरूरतों की चीजें ही महंगी हो गई हैं। जमाखोरी लगातार जारी है। लोग जरूरत की खाद्य सामग्री स्टोर करने में भी पीछे नहीं हैं। हर कोई दाल, चावल, सूजी, नमक, खाद्य तेल, बेसन, मैदा, आटा समेत रोजमर्रा उपयोग की कई सामग्रियां खरीद रहा है। इसके कारण इन दिनों इनके भाव भी बढ़े हुए हैं।
उधर, खुदरा बाजार में हरी सब्जियां भी महंगी बिकने लगी हैं तो फलों का भाव भी बढ़ गया है। खुदरा बाजार में भिंडी 100 रुपये किलो जा पहुंची है तो आलू भी 40 रुपये तक पहुंच गया है। इसी तरह घीया, परवल, टिंडे के भाव भी बढ़ गए है। फलों की बात करें तो अंगूर 120 रुपये, संतरा 120 रुपये, पपीता 80 रुपये प्रतिकिलो बिक रहे हैं।
दरियागंज सब्जी मंडी में पसरा है सन्नाटा
पुरानी दिल्ली के सबसे सघन और व्यस्ततम बाजारों में से एक दरियागंज सब्जी मंडी में इन दिनों सन्नाटा पसरा हुआ है। फल विक्रेताओं, खरीदारों, ट्रकों से उतरने वाले सामान और उसे उतारने वाले मजदूरोें से भरा रहने वाला यह इलाका लॉकडाउन के बाद निर्जन दिख रहा है।
दरियागंज का पूरा इलाका मजदूरों, दुकानदारों, व्यवसायियों और ट्रांसपोर्टरों से भरा रहता है। यहां रहने वाले ज्यादातर लोग दूसरे राज्यों के हैं। लॉकडाउन के कारण दरियागंज कॉलोनी भी 70 प्रतिशत खाली हो चुकी है।
स्थानीय फल विक्रेता मोहम्मद शकील ने बताया कि ज्यादातर लोग लॉकडाउन लंबे समय तक चलने के डर से उत्तर प्रदेश और दूसरे राज्यों में स्थित अपने घर चले गए। अब जो लोग बचे हैं, वे घर से निकलने में भी डरते हैं। एक अन्य दुकानदार मोहम्मद आरिफ ने बताया कि फल खरीदारों को वे मास्क लगाने और दूरी बनाकर रहने की सलाह देते हैं, लेकिन कम लोग ही इसका पालन करते नजर आते हैं।