अनाज मंडी अग्निकांड: एमसीडी ने गुपचुप दिया अल्टीमेटम, रातों-रात निकाला जा रहा फैक्टरियां का सामान

'भाईजान एमसीडी के अफसरों ने फोन करके चुपचाप कह दिया है कि फिलहाल अपनी-अपनी फैक्टरियां खाली कर दो, नहीं तो आपके खिलाफ कार्रवाई हो जाएगी...।' यह कहना है एक व्यापारी का। सूत्रों का कहना है कि बीएसईएस भी अवैध फैक्टरियों पर कार्रवाई की तैयारियां कर रहा है। पूरे अनाज मंडी इलाके से मालिक ट्रकों से रातों-रात अपना सामान ढो रहे हैं। कुछ मालिकों की दूसरी फैक्टरी बवाना इलाके में भी है। फिलहाल वे अपना सामान वहीं पहुंचा रहे हैं। दूसरी ओर, कुछ लोग उत्तर-पूर्वी जिले के अलग-अलग इलाकों में अपना सामान भेज रहे हैं। लोगों का कहना है कि मामला शांत होने के बाद देखा जाएगा कि आगे क्या करना है। बुधवार दोपहर बीएसईएस की टीम इलाके का दौरा करने भी पहुंची।


रानी झांसी रोड स्थित अनाज मंडी इलाके में 700 से 800 फैक्टरी हैं। अवैध रूप से बनी पांच-पांच मंजिला इमारतों में 10-15 छोटी-छोटी फैक्टरियां हैं। कहीं मोल्डिंग मशीन लगाकर प्लास्टिक के आइटम बनाए जा रहे हैं तो कहीं पर्स, बैग व डायरी बन रही हैं। फैक्टरी मालिकों का कहना है कि सब कुछ प्रशासन की जानकारी में है। बगैर महीना दिए उनका धंधा चल ही नहीं सकता। हादसे के बाद एमसीडी समेत बाकी सिविक एजेंसियों पर दबाव पड़ा तो वे कार्रवाई की बात कर रहे हैं। बिहार के मूल निवासी एक फैक्टरी मालिक रियाजुल ने बताया कि एमसीडी अधिकारियों ने मंगलवार को उनके पास खबर भिजवा दी है कि वह फिलहाल फैक्टरी खाली कर दें।


रियाजुल ने बताया कि उन्होंने मंगलवार को अपने रिश्तेदार के यहां सीलमपुर में फैक्टरी का सामान रखवा दिया है। वह कुछ दिन के लिए बिहार जा रहे हैं। फैक्टरी मालिक सुभान भी ऐसा ही बताते हैं। उनके मुताबिक, बिल्डिंग मालिक से दो माह के लिए फैक्टरी बंद करने के लिए कहा है। बाद में यहां हालात ठीक रहेंगे तो दोबारा फैक्टरी चालू कर लेंगे। नहीं तो दूसरे किसी इलाके में फैक्टरी को शिफ्ट कर दिया जाएगा। एक अन्य फैक्टरी मालिक लोकेश ने बताया कि करीब 80 फीसदी लोगों ने अपनी-अपनी फैक्टरियां खाली कर दी हैं। बाकी लोग रात को अपना सामान निकाल लेंगे।